स्त्री मोहनी मंत्र स्त्री वशीकरण मंत्र प्रयोग उपाय

Saas Bahu Ke Rishton Me Madhurta Laane Ke Upay

Saas Bahu Ke Rishton Me Madhurta Laane Ke Upay , ” Kai Baar Gharon Mein Esi Shiti Banatee Hai Ki Na Chaahate Hue Bhi Pati-Pat‍ni, Saas-Bahu, Pita-Putr Jaise Majboot Rishton Mein Daraar Aane Lagati Hai. Koi Bhi Nahin Chahata Ki In Karibi Rishton Mein Kisi Prakaar Ka Takaraav Ho Lekin Phir Bhi Kai Baar Aisa Hota Chala Jaata Hai. Aise Mein Jyotish Aur Vaastu Mein Kuchh Prabhavi Upay Bataye Gaye Hain, Jinako Apnane Se Kuchh Hi Dino Mein Sambandhon Mein Madhurata Aane Lagti Hai.

Rishton Mein Garmjoshi Evan Premabhaav Banaye Rakhne Ke Liye Yahaan Diye Gaye Chote-Chote Saral Upaay Kaaragar Siddh Ho Sakate Hain Lekin In Upaayon Ko Karate Samay Apane Ishtadev Ke Prati Shraddha, Man Mein Pavitr Bhaav Aur Vishvaas Banae Rakhana Zarori Hai Verna Apekshit Parinaam Milna Sambhav Nahin Hai.

Saas Bahu Ke Rishton Me Madhurta Laane Ke Upay

  • सास-बहु की लड़ाई तो जगजाहिर है। अगर दोनों में पटरी न बैठ पा रही हो तो बहु को चाहिए कि वह प्रत्येक पूर्णमासी को व्रत रखते हुए खीर बनाकर रात्रि में चंद्रदेव की शीतल धवल रोशनी में रखे और उस खीर को दूसरे दिन अपनी सास को मनुहार करके खिलाये।
  • शुक्रवार के दिन गुप्त रूप से प्रातः स्नान के बाद भगवान श्री कृष्ण का ध्यान करते हुए छोटी इलायची के तीन नग अपने शरीर से स्पर्श कराकर सुरक्षित रख लें अथवा शनिवार के दिन प्रातः इलायची के दाने पीसकर किसी व्यंजन में मिलाकर परिवार के सदस्यों को खिला दें तो आपसी प्रेम व्यवहार की वृद्धि होने लगेगी।
  • इसी तरह अगर अपनी पुत्रवधु से श्वसुर नाराज चल रहे हो तो पुत्रवधु शुक्ल पक्ष के रविवार से आरंभ करके प्रतिदिन जल में गुड़ मिलाकर तांबे के पात्र से प्रातः स्नान के बाद सूर्यदेव को जल अर्पित करते हुए परिवार में सुख व शांति बने रहने की प्रार्थना करे। धीरे-धीरे रिश्ते सामान्य होने लगेंगे।

घर में सास-बहू में नहीं बनती है तो करें यह खास उपाय

  1. पति परमेश्वर के गुस्से से परेशान पत्नी के लिए भी एक आसान उपाय है। शुक्ल पक्ष के पहले रविवार या सोमवार या गुरूवार अथवा शुक्रवार को एक नए सफ़ेद रंग के वस्त्र या रूमाल में गुड़ की डली, चांदी एवं तांबे के दो सिक्के, एक मुट्ठी नमक तथा एक मुट्ठी साबुत गेहूं बांधकर बिना किसी को बताये चुपचाप अपने बैडरूम में किसी ऐसी जगह पर छुपाकर रखदे जहां पति की नजर उस पर न पड़े।
  2. प्रातः भोजन बनाते समय पहली रोटी बनाने के बाद उसके चार बराबर टुकड़े करे। उनमें से एक टुकड़ा गाय को, दूसरा काले रंग के कुत्ते को तथा तीसरा टुकड़ा कौवे को खिला दें जबकि चौथे टुकड़े को चुपचाप किसी चौराहे पर रखकर पीछे मुड़े बिना वापस लौट आएं। पति एवं दूसरे सदस्यों में प्रेमभाव बढ़ने लगेगा।
  3. अकारण ही गृह क्लेश रहता हो तो शनिवार के दिन गेहूं पिसवाते समय किसी को बताये बिना उसमें थोड़े से काले चने भी मिलाकर पिसवा लें और उस आटे की रोटी प्रतिदिन खाएं तो गृह क्लेश में कमी आने लगेगी।
  4. गुरूवार और शनिवार के दिन पीपल पर जल चढ़ाकर गरीबों को श्रद्धानुसार दान देने से घर-परिवार में सुख-शांति आएगी।
  5. रात्रि में सोने से पहले एक कटोरी में जल, एक लाल गुलाब, कुमकुम तथा थोड़े से साबुत चावल लेकर पास में रख लें और सुबह के समय मंदिर के पुजारी को दान कर दें। परिवार में शांति बनी रहेगी।
  6. मंगलवार तथा शनिवार को नियम पूर्वक भगवान् श्रीराम एवं हनुमान जी का स्मरण व ध्यान करते हुए चालीस दिनों तक अखंड दीपक जलाने से सभी प्रकार की गृह बाधाएं, क्लेश और कष्ट दूर होने लगेंगें।

Boss Ko Vash Me Karne Ke Upay

Boss Ko Vash Me Karne Ke Upay , ” Kuch Upay Aise Bhi Hai Jo Buree Se Buree Kandeeshan Mein Bhi Job Mein Pramoshan Dila Sakate Hain Ya Aapake Business Ko din Doogna Raat Chauguna Ki Rafhtaar De Sakate Hain. Kai Baar Laakh Prayaason Aur Bahut Hi Achchha Kaam Karane Ke Baad Bhi Job Mein Pramoshan Nahin Ho Paata Hai Ya Aapaka Business Nahi Chal Paata.

Isake Peechhe Kai Kaaran Ho Sakate Hain Jinhen Jaan Kar Aap Aasaani Se Door Kar Sakate Hain. Parantu Yadi Jyotish Ki Drshti Se Dekha Jaye To Kuch Upay Ya To Totake Aise Bhi Hain Jo Buree Se Buree Kandeeshan Mein Bhi Job Mein Pramoshan Dila Sakate Hain Ya Aapake Business Ko Din Doogna Raat Chauguna Ki Rafhtaar De Sakate Hain.

Boss Ko Vash Me Karne Ke Upay

इन उपायों को करना बहुत ही आसान है और कई उपायों में एक पैसे का भी खर्चा नहीं है। कुंडली में चाहे जो भी ग्रह हो या विंशोत्तरी दशा हो, इन उपायों का असर होता ही है। जानिए ऐसे ही कुछ उपाय

  • सोमवार के दिन सफेद कपड़े में चावल बांध कर मां काली को अर्पित करें। यह एक अचूक टोटका है।
  • सुबह के समय स्नान कर सूर्यदेव को गायत्री मंत्र बोलते हुए जल चढ़ाएं। इससे सूर्य की अनुकूलता प्राप्त होती है जिससे अधिकारी वर्ग के साथ तालमेल बनाने में आसानी होती है। इस एक उपाय से स्वास्थ्य भी सही रहता है। मंगल और शनिवार के दिन हनुमानजी के मंदिर में चमेली के तेल का दिया जलाएं। संभव हो तो हनुमानजी के महामंत्र का जाप भी करें।
  • अपने गले में बारह मुखी रूद्राक्ष धारण करें।
  • अमावस्या के दिन घर के पितरों के निमित्त कुछ भोजन किसी गाय, भिखारी अथवा जरूरतमंद को दान करें।
    प्रत्येक शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे सरसो के तेल का दीपक जलाकर 7 परिक्रमा करें।
  • आखिर में किसी अच्छे ज्योतिषी को अपनी जन्मपत्री दिखा कर अपने दशम भाव व दशमेश की अनुकूलता के उपाय करें।
  • यदि जन्मकुंडली न हो तो कि घर में किसी पंडित को बुलाकर नवग्रह हवन करवाएं या मंदिर में नवग्रह अभिषेक करवाएं। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और राहु-केतु व अन्य दुष्ट ग्रहों द्वारा हो रही पीड़ा से भी मुक्ति मिलती है।

साबर मोहनी जाल वशीकरण Sabar Mohini Jaal Mantra

Sabar Mohini Jaal Mantra साबर मोहनी जाल वशीकरण ,” साबर तंत्र की इस साधना को मोहनी जाल के नाम से जाना जाता है | इसका प्रयोग कभी विफल नहीं जाता है ! इस से जहाँ अपने उच्च अधिकारी को अपने अनुकूल बना सकते है | वही अपने आस पास के वातावरण को अपने विरोध होने से रोक सकते है | अपनी झगड़ालू पत्नी या पति को भी अपने वश में कर उसे अनुकूलता दे सकते है | कई लोग इस प्रयोग का गलत इस्तेमाल कर लेते है | उन्हें जही कहता हू कोई भी ऐसा कार्य नहीं करे जो समाजिक दृष्टि से अनुकूल ना हो | सिर्फ जरुरत पड़ने पर ही यह उपयोग करे मुझे कई सवाल आये वशिकर्ण वारे पर मैं ज्यादा करके टाल देता हू |

जहा भी यह उपयोग जिज्ञाशा के लिए दे रहा हू | इस लिए इसे सद्कार्य हेतु इस्तेमाल करे नहीं तो शक्ति कई वार विपरीत स्थिति भी पैदा हो सकती है | मैंने काफी समय पहले साबर शिव तंत्र पड़ा था | उस में यह प्रयोग दिया था | इसे अनुभूत किया यह घर से भी साध्य व्यक्ति को भी बुला लेता है | ऐसा परखा हुआ है | मोहनी जाल फेकना आसन है, मगर उठाना उतना ही मुश्किल इस लिए इसे इस्तेमाल करने से पहले पुनः सोच विचार कर ले | इस का उपयोग अति शक्तिशाली है | मोहनी दवा के द्वारा ये किया जा सकता है | इस से अपने प्रतिबंधिओ को अपने अनुकूल कर मन चाहा कार्य संपन करा सकते है | यह प्रयोग पहली वार आपके समक्ष ला रहा हू |

Sabar Mohini Jaal Mantra

साधना की विधि:-

1. इसे लाल वस्त्र धारण कर करना चाहिए |

2. आसन कुषा का जा कबल का ले सकते है |

3. दिशा उतर रहेगी |

4. मन्त्र जाप पाँच माला करना है | इस के लिए लाल चन्दन जा कुंकुम की माला जा काले हकीक की माला इस्तेमाल कर सकते है |

5. तेल का दीपक साधना काल में जलता रहेगा जब तक आप मन्त्र जाप करते है | दीपक में तिल का तेल इस्तेमाल करे तो जयादा उचित है |

6. सोलह किस्म का सिंगार ले आये उसे वेजोट पे लाल वस्त्र विछा के उस पर रख दे और सात किस्म की मिठाई भी रख दे इस के इलावा छोटी इलाची और एक शीशी इतर पास रखे और एक मीठा पान का बीड़ा रख दे |

7. साधना के बाद छोटी इलाची और इतर को छोड़ कर शेष समग्री किसी निर्जन स्थान पे उसी लाल वस्त्र में बांध कर छोड़ दे अथवा नदी में प्रवाहित करदे |

8. वशीकरन के लिए एक इलाची ७ वार यह मन्त्र पढ़ किसी को खिला दे |

9. जब आप किसी अधिकारी से मिलने जा रहे हो जो आपका कार्य नहीं कर रहा तो थोरा इतर लगा के चले जाये वोह आपकी बात जरुर सुनेगा |

10. इसे २१ दिन करना है और मन शुद रखे |

11. सारी समग्री लाल वस्त्र पे रख के उस में तेल का दिया किसी पात्र में रख कर लगा दे और मन्त्र जाप शुरू करने से पहले गणेश पूजन गुरु पूजन और श्री भैरव पूजन अनिवर्य है |

12. उस दिये पे एक मिटी के पात्र पर थोरा घी लगा के दिये से थोरा उचा रख सकते है | काजल उतरने के लिए !उस काजल से तीव्र संमोहन होता है | उसे आँखों में लगा के जिसे भी देखेगे समोहित हो जायेगा !

साबर मोहनी जाल मंत्र | Sabar Mohini Jaal Mantra

साबर मंत्र :-
मोहिनी मोहिनी मैं करा मोहिनी मेरा नाम |
राजा मोहा प्रजा मोहा मोहा शहर ग्राम ||
त्रिंजन बैठी नार मोहा चोंके बैठी को |
स्तर बहतर जिस गली मैं जावा सौ मित्र सौ वैरी को ||
वाजे मन्त्र फुरे वाचा |
देखा महा मोहिनी तेरे इल्म का तमाशा ||

साधना करते वकत ख्याल रखे कई बार मोहनी भयानक रूप में  साहमने आ जाती है| जिसे  के काले कपडे होते है और रंग काला होता है| होठो पे ढेर सार सखु लगी होती है| आखं बिजली की तरह चमक रह होती है|

ऐसी हालत में डरे नहीं मेहनत बेकार हो जाती है| और ना ह उसक आखं में देखने से  आप समोहत हो जाएगे और साधना रुक जाएगी | बहुत धाय से काम ले जब तक वोह वर मांगने को न कहे तब तक बोले न सिर्फ अपने मंत्र जप पे यान दे|