MOHINI MANTRA SIDDHI

Holi Ke Behtreen Aur Achook Totke/Upay

Holi Ka Parv Saal Me Ek Baar Aata Hai. Maanyata H Ki Is Din Kiye Gaye Upay Jald Hi Fal Dete Hai. Jinko Karke Aap Apne Jivan Ki Sabhi Pareshaaniyon Ko Door Karte Hue Jivan Ko Dhan, Harsh, Asverya Se Bhar Sakte Hai.

होलिका दहन में घर के सभी सदस्यों को अवश्य ही शामिल होना चाहिए । होलिका दहन में चना, मटर, गेंहूँ बालियाँ या अलसी आदि डालते हुए अग्नि की तीन/सात परिक्रमा करें। इससे घर में शुभता आती है। आज कल स्वाइन फ्लू का कहर है अत: हर व्यक्ति होलिका में थोड़ा कपूर भी अवश्य ही डालें जिससे स्वाइन फ्लू के वायरस भी कम हो सके ।

Holi Ke Behtreen Aur Achook Upay

होलिका दहन के दिन घर के मुखिया को होलिका में घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता भी अवश्य चढ़ाना चाहिए। तत्पश्चात होली की 3 परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए।. इससे ना केवल सभी कष्ट दूर होते हैं वरन घर में सुख-सम्रद्धि भी बढ़ती है ।

जिस दिन होली जलनी हो उस दिन सुबह एक साबूत पान पर साबूत सुपारी एवं हल्दी की गांठ रखकर किसी भी मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ाएं और भगवान शिव से योग्य जीवनसाथी के लिए प्रार्थना करें फिर प्रणाम करके वापस आ जाएँ पीछे मुड़कर ना देखें यह प्रयोग लगातार 7 दिन तक करें इससे अतिशीघ्र विवाह होने की सम्भावना बड़ जाती है ।

होलिका दहन के बाद इसकी राख को घर के चारो तरफ और दरवाजे पर छिड़कने से घर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं हो पाता है।

होली के अचूक उपाय

होलिका दहन के बाद अगली सुबह यानि की होली के रंग खेलने के दिन उसकी राख से माथे पर टीका जरूर लगाना चाहिए इससे देवता प्रसन्न होते हैं, जीवन की समस्त प्रकार की अड़चने दूर होती है ।

कहते है कि होली के दिन रात्रि के 12 बजे के बाद पीपल के नीचे शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए एवं हाथ में सफेद तिल लेकर पीपल की सात परिक्रमा करके धीरे-धीरे इन तिलों को छोडते जाएं। इसके बाद बिना पीपल को छुए प्रणाम करके पीछे देखे बिना ही वापस घर आ जाएं । ऐसा करने से शीघ्र ही मनोकामनाएँ पूर्ण होती है ।

होली के दिन जिस दिन रंग खेलते है उस दिन सुबह स्नान के बाद लाल गुलाल लेकर उसे सबसे पहले घर के मंदिर में देवी देवताओं की मूर्ति/चित्र पर लगाएं फिर उस गुलाल के खुले पैकेट में एक चांदी का एक सिक्का रखकर उसे नए लाल कपडे में कलावा से बांधकर अपनी तिजोरी में रखें, धन लाभ होगा और धन रुकने भी लगेगा ।

Holi Ke Achook Totke

होली पर रंग सभी व्यक्तियों को जरूर ही खेलना चाहिए, इससे घर परिवार में प्रेम, सौहार्द्य और सुख का वास होता है । होली पर सबसे पहले ईश्वर को और फिर घर के बड़े बुजुर्गों को रंग लगाकर उनसे आशीर्वाद लेकर ही रंग खेलना शुरू करना चाहिए ।

होलिका दहन के बाद उसकी थोड़ी भस्म जरूर लाएं, उसका टीका किसी महत्वपूर्ण कार्य में जाते हुए पुरुष अपने मस्तक पर और स्त्री अपने गर्दन में लगाएं, कार्यों में सफलता मिलेगी और धन संपत्ति में भी वृद्धि होगी।

होली में आपस में वैर भाव मिटा कर खुद पहल करके दुश्मनो से भी रंग खेलकर सभी से साफ मन से गले मिलना चाहिए । मान्यता है कि इस दिन पहल करके शत्रुता भुलाने से वर्ष भर आप के शत्रु आपसे पराजित होते रहेंगे ।

होली के अचूक उपाय

अगर आर्थिक संकट रहता है तो धन लाभ के लिए होली की रात में सिद्ध लक्ष्मी मन्त्र “ॐ श्रीं हृीं श्रीं महालक्ष्मये नम:” का 108 बार जप करते हुए होलिका में शक्कर की आहुति देते जाएं, धन में बरकत होने लगेगी।

होली पर अपने घर में आने वाले सभी मेहमानो को कुछ ना कुछ अवश्य ही खिला कर वापस भेजें, इससे भाग्य प्रबल होता है एवं घर में स्थाई लक्ष्मी का वास होता है ।

होली से एक दिन पहले किसी ऐसे पेड़ के नीचे जाए जिस पर चमगादड़ लटकते हो फिर उस पेड़ की एक डाल को अपने घर में आने का निमंत्रण दे आएं। होलिका दहन वाले दिन सूर्योदय से पूर्व उस डाल को तोड़कर अपने घर में ले आए। रात को उस डाल का पूजन कर उसे अपनी तिजोरी अथवा अगले दिन से अपनी गद्दी के नीचे रखें। आपका कारोबार खूब चलने लगेगा।।

साबर मोहनी जाल वशीकरण Sabar Mohini Jaal Mantra

Sabar Mohini Jaal Mantra साबर मोहनी जाल वशीकरण ,” साबर तंत्र की इस साधना को मोहनी जाल के नाम से जाना जाता है | इसका प्रयोग कभी विफल नहीं जाता है ! इस से जहाँ अपने उच्च अधिकारी को अपने अनुकूल बना सकते है | वही अपने आस पास के वातावरण को अपने विरोध होने से रोक सकते है | अपनी झगड़ालू पत्नी या पति को भी अपने वश में कर उसे अनुकूलता दे सकते है | कई लोग इस प्रयोग का गलत इस्तेमाल कर लेते है | उन्हें जही कहता हू कोई भी ऐसा कार्य नहीं करे जो समाजिक दृष्टि से अनुकूल ना हो | सिर्फ जरुरत पड़ने पर ही यह उपयोग करे मुझे कई सवाल आये वशिकर्ण वारे पर मैं ज्यादा करके टाल देता हू |

जहा भी यह उपयोग जिज्ञाशा के लिए दे रहा हू | इस लिए इसे सद्कार्य हेतु इस्तेमाल करे नहीं तो शक्ति कई वार विपरीत स्थिति भी पैदा हो सकती है | मैंने काफी समय पहले साबर शिव तंत्र पड़ा था | उस में यह प्रयोग दिया था | इसे अनुभूत किया यह घर से भी साध्य व्यक्ति को भी बुला लेता है | ऐसा परखा हुआ है | मोहनी जाल फेकना आसन है, मगर उठाना उतना ही मुश्किल इस लिए इसे इस्तेमाल करने से पहले पुनः सोच विचार कर ले | इस का उपयोग अति शक्तिशाली है | मोहनी दवा के द्वारा ये किया जा सकता है | इस से अपने प्रतिबंधिओ को अपने अनुकूल कर मन चाहा कार्य संपन करा सकते है | यह प्रयोग पहली वार आपके समक्ष ला रहा हू |

Sabar Mohini Jaal Mantra

साधना की विधि:-

1. इसे लाल वस्त्र धारण कर करना चाहिए |

2. आसन कुषा का जा कबल का ले सकते है |

3. दिशा उतर रहेगी |

4. मन्त्र जाप पाँच माला करना है | इस के लिए लाल चन्दन जा कुंकुम की माला जा काले हकीक की माला इस्तेमाल कर सकते है |

5. तेल का दीपक साधना काल में जलता रहेगा जब तक आप मन्त्र जाप करते है | दीपक में तिल का तेल इस्तेमाल करे तो जयादा उचित है |

6. सोलह किस्म का सिंगार ले आये उसे वेजोट पे लाल वस्त्र विछा के उस पर रख दे और सात किस्म की मिठाई भी रख दे इस के इलावा छोटी इलाची और एक शीशी इतर पास रखे और एक मीठा पान का बीड़ा रख दे |

7. साधना के बाद छोटी इलाची और इतर को छोड़ कर शेष समग्री किसी निर्जन स्थान पे उसी लाल वस्त्र में बांध कर छोड़ दे अथवा नदी में प्रवाहित करदे |

8. वशीकरन के लिए एक इलाची ७ वार यह मन्त्र पढ़ किसी को खिला दे |

9. जब आप किसी अधिकारी से मिलने जा रहे हो जो आपका कार्य नहीं कर रहा तो थोरा इतर लगा के चले जाये वोह आपकी बात जरुर सुनेगा |

10. इसे २१ दिन करना है और मन शुद रखे |

11. सारी समग्री लाल वस्त्र पे रख के उस में तेल का दिया किसी पात्र में रख कर लगा दे और मन्त्र जाप शुरू करने से पहले गणेश पूजन गुरु पूजन और श्री भैरव पूजन अनिवर्य है |

12. उस दिये पे एक मिटी के पात्र पर थोरा घी लगा के दिये से थोरा उचा रख सकते है | काजल उतरने के लिए !उस काजल से तीव्र संमोहन होता है | उसे आँखों में लगा के जिसे भी देखेगे समोहित हो जायेगा !

साबर मोहनी जाल मंत्र | Sabar Mohini Jaal Mantra

साबर मंत्र :-
मोहिनी मोहिनी मैं करा मोहिनी मेरा नाम |
राजा मोहा प्रजा मोहा मोहा शहर ग्राम ||
त्रिंजन बैठी नार मोहा चोंके बैठी को |
स्तर बहतर जिस गली मैं जावा सौ मित्र सौ वैरी को ||
वाजे मन्त्र फुरे वाचा |
देखा महा मोहिनी तेरे इल्म का तमाशा ||

साधना करते वकत ख्याल रखे कई बार मोहनी भयानक रूप में  साहमने आ जाती है| जिसे  के काले कपडे होते है और रंग काला होता है| होठो पे ढेर सार सखु लगी होती है| आखं बिजली की तरह चमक रह होती है|

ऐसी हालत में डरे नहीं मेहनत बेकार हो जाती है| और ना ह उसक आखं में देखने से  आप समोहत हो जाएगे और साधना रुक जाएगी | बहुत धाय से काम ले जब तक वोह वर मांगने को न कहे तब तक बोले न सिर्फ अपने मंत्र जप पे यान दे|